मौजूदा वक्त में कृषि क्षेत्र में काफी तेजी से विकास हो रहा है. कई ऐसी तकनीक विकसित हो चुकी है जिनकी मदद से 1 से 2 एकड़ जमीन पर खेती करने वाले किसान भी लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं. बशर्ते किसान कम लागत वाली फसलों की खेती करें. वही हमारे देश में मौजूदा वक्त में बहुत सारे ऐसे किसान हैं जो कम लागत वाली फसलों में खेती करके हर महीने लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. उन्हीं किसानों में से एक छत्तीसगढ़ के अति संवेदनशील, नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर के चुरेगांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान रामसाय मरकाम हैं जो पिछले कई वर्षों से महज एक एकड़ जमीन में पॉलीहाउस में गुलाब की खेती कर रहे हैं और सालाना लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.
ऐसे में आइए विस्तार से जानते हैं कि प्रगतिशील किसान रामसाय मरकाम गुलाब की सफल खेती कैसे करते हैं? अपने फार्म पर पॉलीहाउस कैसे लगवाया है? पॉलीहाउस लगवाने पर सरकार द्वारा उनको कितनी प्रतिशत सब्सिडी मिली है…
पॉलीहाउस में करते हैं गुलाब की सफल खेती
कृषि जागरण से बातचीत में प्रगतिशील किसान रामसाय मरकाम ने बताया कि वह पिछले तीन सालों से पॉलीहाउस में गुलाब की सफल खेती कर रहे हैं जिसमें उनकी पत्नी सुनीता मरकाम भी मदद करती हैं. उन्होंने आगे बताया कि गुलाब की खेती किसानों के लिए काफी लाभकारी है. परंपरागत फसलों की खेती करने पर तीन से चार महीने हमें पैसे का इंतजार करना पड़ता है, लेकिन इसकी खेती एक बार करनी पड़ती है और सालों-साल यानी लगभग पांच सालों तक फूल सालभर मिलता रहता है. साथ ही आमदनी भी होती रहती है.
पॉलीहाउस में डच गुलाब की करते हैं खेती
प्रगतिशील किसान रामसाय मरकाम ने आगे बताया कि वैसे तो हमारे देश में गुलाब की कई ऐसी किस्में हैं जिनकी खेती से किसानों को अच्छी उपज मिलती है, लेकिन मैं अपनी पॉलीहाउस में डच गुलाब की खेती करता हूं. डच गुलाब गुलाब एक प्रसिद्ध और अत्यंत उत्कृष्ट फूल है जोकि मेरे लिए काफी लाभकारी सिद्ध हुआ है. इससे मुझे पूरे साल फूल मिलता रहता है. फूलों की गुणवत्ता भी बेहतरीन होती है.
पॉलीहाउस पर मिली है 50 प्रतिशत सब्सिडी
प्रगतिशील किसान रामसाय मरकाम ने बताया कि एक एकड़ में पॉलीहाउस लगवाने पर 60 लाख रुपये की लागत आती है जिसमें सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन और सोलर पंप भी होता है. वही उन्होंने अपनी जमीन पर जो पॉलीहाउस लगवाया है उसके लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड द्वारा) द्वारा उन्हें 50 प्रतिशत सब्सिडी मिली है. आगे उन्होंने बताया कि एनएचबी से पॉलीहाउस पर 50 प्रतिशत सब्सिडी लेने में बोरगांव में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र, कोंडागांव के वैज्ञानिकों ने उनकी मदद की है.
पॉलीहाउस में खेती करने पर लागत और मुनाफा
पॉलीहाउस लगवाने पर एक बार 60 लाख रुपये की लागत आती है जिसमें 26 लाख रुपये नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड द्वारा सब्सिडी मिल जाती है. यह पॉलीहाउस लगभग 10 सालों तक चलता है. फिर ऊपर का शेड बदलना पड़ता है. वही इसमें गुलाब की खेती करने पर लगभग 90 दिनों के बाद फूल लगने शुरू हो जाते हैं और 5 सालों तक लगातार फूलों की प्रतिदिन तुड़ाई होती रहती है जिसमें हर महीने लगभग 50 हजार रुपये की लागत आती है और मासिक टर्नओवर लगभग 1.50 लाख रूपये होता है यानी सालाना टर्नओवर लगभग 18 लाख रुपये का होता है.