क्या प्रदेश के जंगल महकमे के अधिकारी तनाव में हैं..?

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वरिष्ठ डीएफओ चिकित्सा उपकरण खरीदने जा रहे हैं, जिसकी थेरेपी से दर्द और तनाव दूर हो जाएगा

भोपाल । क्या प्रदेश के आईएफएस अधिकारी तनाव में हैं..? यह सवाल जंगल महकमे चर्चा के केंद्र बिंदु में है, क्योंकि वन विभाग के एक वरिष्ठ डीएफओ ऐसी चिकित्सा उपकरण खरीदने जा रहे हैं, जिसकी थेरेपी दर्द और तनाव दूर हो जाएगा। इस उपकरण का नाम मेडांश अल्ट्रासोनिक विद 4 चैनल टेंस(TENS) है। एक मशीन की कीमत 6000 रूपये से अधिक है। GEM के बिड दस्तावेज के अनुसार 68872 की संख्या में खरीदी का प्रस्ताव है।


मेडांश अल्ट्रासोनिक विद 4 चैनल टेंस चिकित्सा उपकरण खरीदने संबंधित जेम टेंडर की कॉपी सीनियर अफसर तक पहुंची, सभी भौचक रह गए। उनके मानसिक पटल पर यह सवाल उठने लगा कि प्रस्तावित थेरेपी चिकित्सा उपकरण पौधारोपण अथवा वनीकरण के किस काम आ सकता है..? इस प्रश्न का जवाब जानने के लिए व्हाट्सएप के जरिए कुछ प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अपर प्रधान मुख्य सुरक्षक और कुछ सेवानिवृत सीनियर फॉरेस्ट अफसर से सवाल किया तो वे सभी डीएफओ की बुद्धिमता पर पति प्रश्न करने लगे। एक अधिकारी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मुख्यालय से लेकर मैदानी सीनियर अफसर तक तनाव में है, इसलिए उनके तनाव को दूर करने के लिए उन्हें थेरेपी की आवश्यकता है। मेडांश अल्ट्रासोनिक विद 4 चैनल टेंस(TENS) मशीन का बिड दस्तावेज जारी करने वाले अफसर की भी यही मंशा रही होगी। सीनियर अफसर तनाव मुक्त रहेंगे तो उनकी सेवाएं भी सुखद होगी।
-क्या है यह मशीन
मेडांश अल्ट्रासोनिक विद 4 चैनल टेंस(TENS) मशीन एक चिकित्सा उपकरण है, जो अल्ट्रासोनिक थेरेपी और ट्रांसक्यूटेनियस इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन (TENS) थेरेपी के लिए उपयोग में आती है। मेडिकल के जानकारों का कहना है कि इस उपकरण का उपयोग दर्द और सूजन के उपचार के लिए किया जाता है। मेडांश अल्ट्रासोनिक विद 4 चैनल टेंस(TENS) मशीन ख़रीदने के टेंडर आमंत्रित किया है। टेंडर भरने की अंतिम तिथि 24 जून है।
इनका कहना है
यह मेरे समझ से परे है। पता लगाता हूं। इसके पीछे उनकी मंशा है। कहीं कुछ गफलत जरूर है।
यूके सुबुद्धि, पीसीसीएफ विकास

  • बल्ली की खरीदी में भी गड़बड़झाला
    कई वन मंडलों में बल्ली और वुड पोल खरीदी में भी गड़बड़झाला हो रहा है। अपने चाहते सप्लायर को उपकृत करने के लिए बिड दस्तावेज की शर्तों में डेढ़ करोड़ का वार्षिक टर्नओवर होना अनिवार्य किया गया है। बल्ली अथवा वुड पोल का कारोबार करने वालों के लिए डेढ़ करोड़ का टर्नओवर हिमालय के पहाड़ जैसा लगता है। जबकि बिड की शर्तों में इस बात का उल्लेख कहीं नहीं किया गया है कि बल्ली अथवा वुड पोल की लंबाई एवं ऊंचाई कितनी होनी चाहिए। पूर्व वन बल प्रमुख राजेश श्रीवास्तव सेवा में रहते हुए सभी फील्ड के अधिकारियों को नीलगिरी ( यूकेलिप्टस) की बल्ली ₹200 में खरीदने के निर्देश जारी किए थे। बड़वाह उमरिया, सहित एक दर्जन से अधिक वन मंडलों ने निर्धारित कीमत से अधिक दाम पर वुड पोल खरीदे हैं। इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक विकास यूके सुबुद्धि का कहना है कि सोमवार को आदेश जारी करने जा रहें है जिसमें कहा जा रहा है कि सभी डीएफओ पहले बल्ली की खरीदी डिपो से किए जाए। वहां नहीं होने की दिशा में ही बाजार से खरीदी करें।