चिकित्सा और इससे जुड़े पाठ्यक्रमों की राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-परास्नातक (नीट पीजी) में पंजीकृत करीब दो लाख छात्रों का भविष्य भी अधर में लटक गया है। इन छात्रों की यह परीक्षा रविवार को होनी थी, जिसे परीक्षा शुरू होने से मात्र 10 घंटे पहले अचानक टाल दिया गया है। एक तरफ जहां, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि परीक्षा की नई तारीख बहुत जल्द घोषित की जाएगी, वहीं परीक्षार्थियों का कहना है कि मात्र दस घंटे पहले परीक्षा रद्द करना बहुत ही कड़ा निर्णय है।
छात्रों को होने वाली परेशानियों का जिक्र करते हुए एक डॉक्टर ने बताया कि अनेक छात्रों का परीक्षा केंद्र उनकी रिहायश वाले स्थान से बहुत दूर पड़ा था। बहुत से छात्र तो 15 से 18 घंटे का सफर तय कर अपने परीक्षा केंद्र पहुंचे थे, अचानक परीक्षा रद्द करने का फरमान आ गया।नीट-पीजी से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी), मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) और पीजी डिप्लोमा के पाठ्यक्रमों में दाखिले होते हैं। बहुत से डॉक्टर इस परीक्षा की तैयारी के लिए छुट्टी लेते हैं, जबकि अन्य डॉक्टर अस्पतालों में लंबी ड्यूटी निभाने के साथ-साथ नीट-पीजी की तैयारी करते हैं।
अब इस परीक्षा में शामिल होने वाले कई छात्र अपना इरादा बदल सकते हैं और वे पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स के लिए विदेश का रुख कर सकते हैं। ऐसे ही एक छात्र ने बताया, ‘रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बनी स्थितियों के चलते मेरा तो विदेश में पढ़ाई को कोई इरादा नहीं हैं, लेकिन बहुत से डॉक्टर अपना समय बचाने के लिए पीजी की पढ़ाई करने विदेश जा सकते हैं।’
नीट-पीजी परीक्षा टलने से ऐसे छात्र भी मुश्किल में आ गए हैं, जो एमबीबीएस के बाद डिप्लोमेट ऑफ नैशनल बोर्ड (डीएनबी) कोर्स करने की योजना बना रहे थे। नैशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशंस इन मेडिकल साइंस (एनबीईएमएस) के इसी साल अप्रैल में जारी एक बुलेटिन के मुताबिक पोस्ट एमबीबीएस डीएनबी, पोस्ट एमबीबीएस डायरेक्ट 6 ईयर डॉ.एनबी के साथ-साथ अन्य डिप्लोमा कार्स में दाखिले भी नीट-पीजी 2024 की मेरिट लिस्ट के आधार पर ही होने थे।
छात्र बताते हैं, ‘नीट-पीजी की तारीख पहले ही कई बार बदल चुकी है। पहले यह 3 मार्च को होनी थी। इसके बाद इसी साल जनवरी में इसकी तारीख बदलकर 8 जुलाई रखी गई। इसके कुछ दिन बाद पुन: तारीख बदलकर 23 जून कर दी गई। अब जब परीक्षा की घड़ी आई तो पुन: इसे रद्द कर दिया गया।’केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि हाल ही में कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं के पर्चे लीक होने के आरोपों के चलते एहतियातन नीट-पीजी टालने का फैसला लिया गया है।
नीट-पीजी ऐसे समय टाली गई है जब इस महीने कई प्रवेश परीक्षाओं के पेपर लीक होने की खबरें आने से देशभर में विवाद खड़ा हो गया है। इससे पहले सीएसआईआर यूजीसी-नेट को भी रद्द कर दिया गया था। इस परीक्षा को भी नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) आयोजित कराती है, जो नीट-यूजी में अनियमितताओं को लेकर पहले से ही सवालों के घेरे में है।एक के बाद एक कई विवाद खड़े होने के बाद शनिवार की रात केंद्र सरकार ने एनटीए के प्रमुख सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया है।