दाल की महंगाई से उपभोक्ताओं और सरकार को राहत मिल सकती है क्योंकि समर सीजन में दलहन की बोआई ज्यादा हुई है। इससे आगे दालों की कीमतों पर अंकुश लगाने में मदद मिल सकती है। समर सीजन में दलहन में सबसे बड़ी फसल मूंग है। ज्यादा बोआई होने से इसका उत्पादन बढ़ने की संभावना है।
समर सीजन में दलहन रकबा 8 फीसदी से ज्यादा बढ़ा
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 के समर सीजन में 17.57 लाख हेक्टेयर में दलहन की बोआई हुई है, जबकि पिछले साल इस सीजन में 16.23 लाख हेक्टेयर में दलहन की बोआई हुई थी। इस तरह पिछले समर सीजन की तुलना में इस समर सीजन में दलहन की बोआई में 8.28 फीसदी इजाफा हुआ है। समर सीजन की सबसे बडी दलहन फसल मूंग का रकबा 14.27 लाख हेक्टेअर दर्ज किया गया। पिछले साल यह आंकड़ा 12.84 लाख हेक्टेयर था। पिछले साल साल से इस साल इसके रकबा में 11 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है।
रबी सीजन में 6.76 लाख हेक्टेअर में मूंग की बोआई हुई थी, जो पिछले रबी सीजन की बोआई 5.13 लाख टन से अधिक थी। समर सीजन की दूसरी प्रमुख दलहन फसल उड़द 3.08 लाख हेक्टेयर में बोई गई है। पिछले साल के मुकाबले इसकी बोआई में एक फीसदी कमी आई है। रबी सीजन में उड़द की बोआई 7.78 लाख हेक्टेअर में हुई थी, जो पिछले रबी सीजन से करीब 5 फीसदी कम थी।
मूंग उत्पादन 10 फीसदी बढ़ने का अनुमान
जिंस विशेषज्ञों के मुताबिक बोआई बढ़ने से समर सीजन में दलहन पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है।
जिंस विशेषज्ञ इंद्रजीत पॉल ने बताया कि समर सीजन की सबसे बड़ी फसल मूंग का उत्पादन 10 फीसदी बढ़कर 9.50 लाख टन हो सकता है। अगले 15 दिनों में समर सीजन वाली दलहन की नई आवक होने लगेगी। फिलहाल मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में मूंग की छिटपुट आवक होने लगी है।
उड़द का उत्पादन पिछले साल के 1.80 लाख टन से बढ़कर 1.85 लाख टन होने की संभावना है। हाल में बारिश से समर सीजन वाली दलहन फसलों को थोड़ा नुकसान हुआ है। लेकिन बोआई को देखते हुए कुल उत्पादन पर ज्यादा असर पडने की संभावना नहीं है और पिछले समर सीजन की तुलना में ज्यादा होने की उम्मीद है।