सीहोर में शहर के इंदौर नाके पर अपने खेत को प्रयोगशाला के रूप में मनाकर खेती करने वाले उन्नत किसान बहादुर सिंह दांगी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। वह प्रकृति से तालमेल करते हुए खेती करते हुए आ रहे हैं, जिससे उन्होंने कई उन्नत किस्म के वैराइटी बनाई है। इससे वह देश भर में अपने शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। अब जब तापमान 40 के पार है, उस दौरान उन्होंने सोयाबीन की खेती की है। प्रति एकड़ 13 क्विंटल उत्पादन होने की उम्मीद है।
सोयाबीन की खेती मुख्यत: बारिश के मौसम में की जाती है। क्योंकि सोयाबीन की फसल में पानी की अधिक आवश्यकता रहती है। लेकिन एमपी के सीहोर रहने वाले एक किसान ने सोयाबीन की फसल को प्रयोग के तौर पर गर्मी में उगाया। यही नहीं उन्हें गर्मी में खेती करने से बारिश की तुलना में अच्छा रिजल्ट देखने को भी मिला। किसान दांगी ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के सभी किसानों को हैरान कर दिया है।
पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष राकेश राय ने कहा कि खेती मेहनत से होती है। हमारे मित्र बहादुर सिंह दांगी एक योग्य और मेहनती किसान हैं। वह अपनी खेती के साथ ही प्रयोग करते हुए आ रहे हैं। सोयाबीन की यह किस्म विपरीत मौसम में भी अच्छा उत्पादन देने में सक्षम है। मंगलवार की सुबह किसान दांगी ने बताया कि इंदौर नाके के पास उनका फार्म हाउस है। उन्होंने दो एकड़ में यह सोयाबीन बोया है। 40 से 42 डिग्री तापमान में लहराया हुआ है। यह वैराइटी किसानों का भविष्य बना देगी, अच्छी मेहनत की जाए तो यह 12 से 13 प्रति एकड़ उत्पादन देगी। जो कि यह अभी तक के सारे सोयाबीन में सर्वश्रेष्ठ वैराइटी रहेगी।
मुनाफे से अधिक महत्वपूर्ण नए प्रयोग का सफल होना
मैं वर्षों से आधुनिक तरीके से खेती करता रहा हूं। खेती को लाभ का धंधा बनाने की दिशा में लगातार नए-नए प्रयोग करता रहता हूं। वैसे में मुझे एक एकड़ में 17 हजार की लागत पर 33 हजार रुपये का मुनाफा मिला है, लेकिन इस मुनाफे से अधिक महत्वपूर्ण नए प्रयोग का सफल होना है।