मध्यप्रदेश में चुनाव से पहले ही भाजपा  की  बड़ी जीत,मीरा यादव का नामांकन निरस्त , विष्णु दत्त शर्मा के लिए खजुराहो में नहीं बची कोई चुनौती

0
82

भाजपा को मध्यप्रदेश चुनाव से पहले ही बड़ी जीत मिल गई है पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्तशर्मा के खिलाफ इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी पूर्व विधायक मीरा यादव का नामांकन निरस्त हो गया है इस तरह विष्णु दत्तशर्मा के लिए खजुराहो में कोई चुनौती नहीं बची है एक तरह से यह इंडिया गठबंधन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लिए बड़ी हार है खजुराहो लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। यहां से सपा उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन रद्द कर दिया गया है। गठबंधन के तहत यह सीट सपा के खाते में आई थी। वहीं बाकी 28 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। सपा ने यहां पहले किसी और को टिकट दिया था।

मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन को करारा झटका लगा है। कांग्रेस ने प्रदेश की 29 में से एक खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी थी। यहां से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा दीपनारायण यादव का नामांकन निरस्त हो गया है। कलेक्टर ने इसकी दो वजह बताई है। नामांकन फॉर्म पर प्रत्याशी के दो जगह हस्ताक्षर होते हैं, जिसमें से एक जगह मीरा यादव ने हस्ताक्षर नहीं किए थे। मतदाता पहचान पत्र की सत्यापित प्रति की जगह पुरानी प्रति दे दी गई थी। मीरा यादव के पति दीपनारायण यादव ने कहा है कि हम इस फैसले को हाईकोर्ट में और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त के पास भी जाएंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटनाक्रम को लोकतंत्र की सरेआम हत्या बताया है। 

मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूदा सांसद और उम्मीदवार हैं। उनकी राह अब आसान हो गई है। एक तरह से इंडिया गठबंधन ने उन्हें वॉकओवर ही दे दिया है। नामांकन निरस्त होने के बाद राजनीतिक उठापटक भी तेज हो गई है। कांग्रेस और सपा का उम्मीदवार न होने की स्थिति में दोनों ही पार्टियां मिलकर किसी एक उम्मीदवार को इंडिया गठबंधन का समर्थन दे सकती है। लेकिन उसे कांग्रेस या सपा का चुनाव चिह्न नहीं मिल सकेगा। खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर और पन्ना कलेक्टर सुरेश कुमार ने कहा कि नामांकन फॉर्म को दो आधार पर निरस्त किया गया है। मीरा यादव ने अपने नामांकन फॉर्म के साथ सत्यापित मतदाता सूची संलग्न नहीं की थी। फॉर्म में दो जगह हस्ताक्षर भी नहीं पाए गए हैं। 

 मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए को बड़ा झटका लगा है। यहां से सपा उम्मीदवार का नामांकन निरस्त कर दिया गया है। 

बता दें कि गठबंधन के तहत कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की सिर्फ खजुराहो सीट समाजवादी पार्टी को दी थी। यहां समाजवादी ने मीरा यादव को चुनाव मैदान में उतारा था। जानकारी के मुताबिक, फॉर्म में हस्ताक्षर नहीं करने और पुरानी नामावली की वजह से उनका नामांकन निरस्त किया गया है।

पहले मनोज यादव को सपा ने दी थी टिकट

सपा ने खजुराहो सीट पर पहले डॉ. मनोज यादव को उतारा था। मगर 48 घंटे में उनकी जगह मीरा यादव के नाम का एलान कर दिया। दरअसल, डॉ. मनोज यादव को कमजोर प्रत्याशी आंका गया था। कांग्रेस ने भी इस सीट पर चेहरा बदलने को कहा था। उधर, खजुराहो सीट पर भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को दूसरी बार उतारा है।

कौन हैं मीरा यादव?

मीरा यादव पूर्व विधायक हैं। उन्होंने 2008 में निवाड़ी विधानसभा सीट से चुनाव जीता था। मगर अब यह सीट टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। 2023 में भी मीरा ने निवाड़ी सीट से विस चुनाव लड़ा था। मगर हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व विधायक मीरा यादव झांसी क्षेत्र से ताल्लुक रखती हैं।

लोकसभा चुनाव में मतदान से पहले ही समाजवादी पार्टीह और कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है. समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. मध्य प्रदेश के राजनीतिक इतिहास की य बड़ी घटना है. 

मनोज यादव के नाम पर शुरू हुआ था विरोध
मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन के समझौते के तहत खजुराहो लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने चार दिन पहले डॉक्टर मनोज यादव को मैदान में उतारा था. डॉ मनोज यादव को टिकट दिए जाने के बाद विरोध शुरू हो गया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने उनका टिकट बदल दिया. इसके बाद यहां से मीरा दीपक यादव को मैदान में उतरा गया.

मनोज की जगह फिर मीरा को बनाया प्रत्याशी
डॉ मनोज यादव को समाजवादी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. मीरा यादव पूर्व विधायक रह चुकी हैं, जबकि उनके पति तीन बार विधायक रहे हैं. जब नामांकन की जांच पड़ताल हुई तो हस्ताक्षर नहीं होने की वजह से मीरा दीपक यादव का पर्चा निरस्त कर दिया गया है. खजुराहो लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विष्णु दत्त शर्मा दूसरी बार अपना भाग्य आजमा रहे हैं.

चुनाव से पहले हारा इंडिया गठबंधन – बीजेपी
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के लिए यह राहत वाली बड़ी खबर है. अब इस लोकसभा सीट पर यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी दल किस प्रत्याशी की मदद करता है. वर्तमान में कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी इस लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने बताया कि इंडिया गठबंधन नहीं बल्कि ठगबंधन है जिसकी परतें खोली जा रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने से पहले ही गठबंधन हार चुका है.