चीनी उत्पादन आंकड़ा जारी,देश के उत्पादन में गिरावट  गुजरात के प्रोडक्शन में आई बढ़त

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देश का चीनी उत्पादन आंकड़ा 2023-24 सीजन में 15 मार्च 2024 तक 280.79 लाख टन तक पहुंच गया है. कुल उत्पादन में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक चीनी उत्पादन किया है. हालांकि, यूपी और गुजरात को छोड़कर बाकी प्रमुख उत्पादक राज्यों का पिछले सीजन की तुलना में उत्पादन कम रहा है. 

देश का चीनी उत्पादन आंकड़ा 2023-24 सीजन में 15 मार्च 2024 तक 280.79 लाख टन तक पहुंच गया है. जबकि, पिछले साल इसी तारीख को 282.60 लाख टन का उत्पादन हुआ था. कुल उत्पादन में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश ने सर्वाधिक चीनी उत्पादन किया है. हालांकि, यूपी और गुजरात को छोड़कर बाकी प्रमुख उत्पादक राज्यों का पिछले सीजन की तुलना में उत्पादन कम रहा है.

 देश के शुद्ध चीनी उत्पादन में गिरावट 

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने कहा है कि मौजूदा 2023-24 सीजन में 15 मार्च 2024 तक चीनी का उत्पादन 280.79 लाख टन तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी तारीख को 282.60 लाख टन का उत्पादन हुआ था. 2023-24 अक्टूबर सीजन में 15 मार्च तक भारत का शुद्ध चीनी उत्पादन मामूली रूप से गिरकर 280.79 लाख टन हो गया है. चीनी सीजन अक्टूबर से सितम्बर तक चलता है

यूपी और गुजरात में उत्पादन मामूली बढ़ा 

चीनी उत्पादन में 5 प्रमुख उत्पादकों में यूपी और गुजरात ने बीते सीजन से अधिक उत्पादन किया है. उत्तर प्रदेश में 15 मार्च 2024 तक चीनी उत्पादन 88.40 लाख टन हुआ है, जबकि बीते साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 79.63 लाख टन था. इसी तरह गुजरात ने 15 मार्च 2024 तक 8.88 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जबकि बीते साल समान अवधि में 8.87 लाख टन उत्पादन आंकड़ा दर्ज किया गया था.

 प्रमुख उत्पादक राज्यों में चीनी उत्पादन गिरा 

प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में चीनी उत्पादन गिर गया है. महाराष्ट्र ने 15 मार्च तक 100.50 लाख टन उत्पादन किया है, जबकि बीते साल की समान अवधि तक 101.92 लाख टन उत्पादन किया था. कर्नाटक ने 47.55 लाख टन उत्पादन किया है, जबकि बीते साल समान अवधि में यह आंकड़ा 53.50 लाख टन था. तमिलानाडु ने इस सीजन में 15 मार्च 2024 तक 6.85 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जबकि बीते साल समान अवधि में 7.92 लाख टन उत्पादन दर्ज किया गया था.  अन्य राज्यों में 15 मार्च तक 28.61 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ है, जो बीते साल इसी सीजन में 30.76 लाख टन उत्पादन दर्ज किया गया था.