कौन सी है वह मूंग की नई वैरायटी जो किसानों को बनायेगी मालामाल

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मध्यप्रदेश सहित कई जगहों पर जायद के रूप में मूंग की खेती की जाती है। दरअसल, अधिकतर किसान मूंग की खेती करना पसंद करते है क्योंकि इस फसल में पानी कम लगता है। साथ ही उर्वरा शक्ति भी बेहतर होती है। ऐसे में आज हम बात करने वाले है मूंग की अधिक पैदावार देने वाली किस्म के बारे में, जो प्रति एकड़ तक 30 क्विंटल तक पैदावार देगी। आइए जानते है इनकी डिटेल..

ये है वह किस्म

इफ्सा सीड्स प्रा. लि. कम्पनी का इफ्सा बंशी गोल्ड मूंग बीज कम समय में पकने वाला ऐसा बीज है, जो बेहतर उत्पादन देता है। इसमें रोगप्रतिरोधक क्षमता अधिक होने से बीमारियां कम लगती है, इस कारण किसान को लागत खर्च भी कम आता है। इसलिए किसान मूंग बीज में इफ्सा बंशी गोल्ड को ही पहली प्राथमिकता देते हैं। यह किसानों का भरोसेमंद मूंग बीज है।

इफ्सा बंशी गोल्ड मूंग बीज की विशेषताएं

बीजों, का एक समान अंकुरण, पौधे का शुरू से अच्छा फुटाव एक समान पौधों की वृद्धि होती है और शाखाएं भी खूब निकलती हैं। इसमें गुच्छेदार फलियां लगती है। फलियों की लम्बाई अच्छी होने से हर फली में दाने भी अधिक लगते हैं।

एक फली में 10-12 तक दाने रहते हैं। इफ्सा बंशी गोल्ड अन्य किस्मों की अपेक्षा अधिक उत्पादन देता है। पौधों में हर मौसम को सहन करने की ताकत आ जाती है। इसकी फसल मात्र 60-65 दिन में पककर तैयार हो जाती है। यह किस्म पीला मोजेक और अन्य रोगों के प्रति भी सहनशील होने से लागत खर्च भी कम आता है और उत्पादन भी बढ़िया मिलता है। इससे किसानों का मुनाफा बढ़ जाता है।

इफ्सा बंशी गोल्ड मूंग बीज, बुवाई और उत्पादन

इफ्सा बंशी गोल्ड मूंग बीज की 10-12 किलो की मात्रा एक एकड़ के लिए पर्याप्त है। इसकी बुवाई में कतार की दूरी 2-10 कतार से इंच, पौधे इंच और से पौधे की दूरी 7-8 बीज को 2-3 सेमी की गहराई में बोना चाहिए।

इसकी फसल को बिना स्प्रे खड़ा कम्बाइन भी काटा जा सकता है। इसका अधिकतम उत्पादन 30 क्विंटल प्रति एकड़ तक होता है। कम समय में अधिक उत्पादन देने के कारण इफ्सा का बंशी गोल्ड मूंग बीज किसानों का भरोसा कायम है।

मूंग की अन्य हाइब्रिड वैरायटी की जानकारी

विराट गोल्ड मूंग बीज :- यह शक्तिवर्धक हाइब्रिड सीड्स द्वारा विकसित मूंग की ऐसी किस्म है, जो पीला मोजेक वायरस के प्रति अधिक सहनशील है। इसका पौधा सीधा और मोटा होकर ऊंचाई 50-60 सेमी तक होती है, फलियां गुच्छों में लगती है। फलियों में दानों की संख्या 12-15 तक होती है। दाना चमकदार और हल्का हरा होता है। इसके एक हज़ार दानों का वजन 50-55 ग्राम होता है।

विराट मूंग बीज :- पीला मोजेक वायरस के प्रति सहनशील यह किस्म जायद (ग्रीष्म) एवं खरीफ मौसम के लिए उपयुक्त है। इसकी भी फलियां गुच्छों में लगती है और दाना चमकदार और हरा होता है। एक फली में दाने 12-14 तक होते हैं। इसकी उपज अन्य किस्मों से 7 से लेकर 20 प्रतिशत तक अधिक होती है। :

विराट शक्ति मूंग बीज :- यह विकसित मूंग किस्म फफूंदी और पीला मोजेक वायरस दोनों के प्रति सहनशील है। पौधा फैला हुआ और करीब 65 सेमी ऊंचा रहता है। फलियां लम्बी, एक फली में दानों की संख्या 13-14 होने के साथ ही चमकदार और भारी होते हैं । यह किस्म 60-65 दिन में पक जाती है। यह अधिक पकने पर भी चटकती नहीं है।

विराट सुपर मूंग बीज :- इसका पौधा करीब 45 सेमी ऊंचा, घना और प्रचुर शाखाओं वाला होता है। फलियां लम्बी, मोटी और चमकदार होती है। दाने हरे होते हैं। इसमें रोग सहनशीलता अधिक होती है। यह किस्म 68-70 दिन में पक जाती है। यह गर्मी (जायद) और खरीफ दोनों फसल के लिए उपयुक्त है। इसके 1000 दानों का वजन 44 ग्राम होता है । जायद की फसल 60-65 दिन में पक जाती है। : New Banshee Moong Variety

एसवीएम 55 मूंग बीज :- मूंग की यह किस्म भी पीला मोजेक वायरस के प्रति सहनशील होती है। इसका पौधा घना और अधिक शाखाओं वाला होता है। इसका दाना हरा, चमकदार और छोटे आकार का होता है। इसमें 40 दिनों में फूल आना शुरू हो जाते हैं। यह किस्म 50-60 दिन में पक जाती है, इसलिए जायद में बुआई के लिए उपयुक्त है।

एसवीएम 66 मूंग बीज :- मूंग की यह विकसित किस्म पीला मोजेक वायरस के प्रति सहनशील है। इसका पौधा मजबूत, सीधा और मध्यम ऊंचाई का होता है। इसका दाना चमकदार और हल्का हरा होता है। 1000 दानों का वजन 38 ग्राम होता है। 60-65 दिन में पकने वाली यह किस्म जायद और खरीफ दोनों मौसम के लिए उपयुक्त है। : New Banshee Moong Variety

एसवीएम 88 मूंग बीज :- शक्तिवर्धक हाइब्रिड सीड्स की यह विकसित किस्म है, जिसका पौधा सीधा और करीब 55 सेमी तक ऊंचा होता है। इसका दाना मोटा, हरा और चमकदार होता है। इसके 1000 दानों का वजन 29 ग्राम होता है। पकने पर फलियां काले -भूरे रंग की हो जाती है। यह गर्मी और खरीफ दोनों मौसम में बुआई के लिए उपयुक्त है।

एसवीएम 98 मूंग बीज :- पीला मोजेक वायरस के प्रति सहनशील इस किस्म का पौधा सीधा लेकिन कम ऊंचाई का होता है, जबकि दाना छोटा, हरा और चमकदार होता है। इसकी भी फलियां पकने पर काले-भूरे रंग की हो जाती है। यह किस्म गर्मी और खरीफ दोनों ही मौसम में बुआई के लिए उपयुक्त है।