Home खेती किसानी  मधुमेह-मोटापा, कैंसर का ‘काल’ बना लाल और हरा चावल

 मधुमेह-मोटापा, कैंसर का ‘काल’ बना लाल और हरा चावल

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पश्चिम चंपारण के किसान कमलेश चौबे ने किया चमत्कार मधुमेह-मोटापा, कैंसर का ‘काल’ बना लाल और हरा चावल, विदेशों में भी हो रहा है निर्यात

नरकटियागंज में ऐसे चावल की खेती हो रही है, जिससे मधुमेह, मोटापा, कैंसर और एलर्जी जैसी बीमारियां खत्म हो जाएंगी. ये चावल लाल और हरे रंग का है.

Bettiah: नरकटियागंज में ऐसे चावल की खेती हो रही है, जिससे मधुमेह, मोटापा, कैंसर और एलर्जी जैसी बीमारियां खत्म हो जाएंगी. ये चावल लाल और हरे रंग का है. बताया जा रहा है कि लाल चावल में जलन, एलर्जी और कैंसर जैसी बीमारियों को खत्म करने के गुण मौजूद हैं.

वहीं, हरे चावल में मौजूद क्लोरोफिल वजन घटाने, मधुमेह और कैंसर से निजात दिलाने में सक्षम है. नरकटियागंज प्रखंड के मुसहरवा गांव में किसान कमलेश चौबे इस चावल की खेती को कर रहे हैं. प्रगतिशील किसान कमलेश चौबे का कहना है कि उनका उद्देश्य अनियंत्रित जीवन शैली की वजह से होने वाले मधुमेह जैसी बीमारी से लोगों को निजात दिलाना है.

कई गुणों से भरपूर है Red Rice

बिहार के प्रगतिशील किसान कमलेश चौबे ने बताया कि रेड राइस एंटीऑक्सिडेंट तत्वों से भरपूर होता है. टमाटर और गाजर में जो एंथोसायनिन पाए जाते हैं, वही तत्व रेड राइस में भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. लिहाजा यह चावल शरीर के जलन, एलर्जी और कैंसर के खतरे को कम करता है. इसमें मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम दांतों और हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से एक कप रेड राइस का उपयोग मधुमेह के खतरे को 60 फीसदी तक कम करता है. इसके अलावा इस चावल से बना भोजन ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक से बचाने में कारगर है.

हरे चावल से भी हैं कई गुण
लाल चावल के साथ ही हरे चावल भी बहुत लाभदायक है. इसमें मौजूद क्लोरोफिल कैंसर के खतरे को कम करता है. ग्रीन राइस कस्तूरी प्रजाति का एक चावल है, जिसमें कैंसर रोधक क्षमता पाई जाती है. यह ग्लूटेन रहित चावल है. इस चावल वजन घटाने में भी सक्षम है.

विदेशों में बड़े पैमाने पर डिमांड
कोरोना संक्रमण काल में लाल और हरे चावल में मौजूद औषधीय गुणों की वजह से इसका निर्यात अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों में बड़े पैमाने पर हुआ है. भारत में इसकी खेती हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत अन्य पहाड़ी इलाकों में बड़े पैमाने पर होती है.इसके साथ ही किसान कमलेश चौबे मशरूम की खेती करते हैं मशरूम की खेती होती है लाखों की कमाई
अगर आप किसान हैं तो आप भी करें लाल चावल की खेती

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